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कोरोना छींकने और खांसने से फैलता है,ना की हवा से: WHO
पूरी दुनिया में दहशत फ़ैलाने वाले कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में कई तरह की अफवाओं का बोल बाला है , इस बिच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक खुलासा ताकि तेजी से अपने पेअर पसार रहे कोरोना वायरस को लेकर कोई किसी तरह की अफवाह न फैलाए,जिसमे एक अफवाह है की कोरोना हवा से फैलता है।

WHO के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट किया है कि लोग इस बात से ना डरे की कोरोना वायरस हवा से भी फैलता है, यह एक अफवाह मात्र है की कोविड-19 'एयरबॉर्न' बीमारी है ,यह हवा से नहीं फैलने वाली बीमारी नहीं है.यह भी अफवाह है कि कोरोना हवा में 8 घंटों तक सक्रिय रहता है।

WHO ने बताया की यह वायरस सिर्फ नजदीकी शारीरिक संबंध, छींकने या खांसने से हवा में तैरने वाले ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने से फैलता है, इससे संक्रमित इंसान के छींकते या खांसते वक़्त उसके नाक-मुंह से निकली बूंदें निकलती है , वो बूंदे नजदीक वाले दूसरे शख्स को संक्रमित कर सकती हैं।

स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोई भी 5 माइक्रोंस व्यास से छोटी छींक या खांसी की बूंदें हवा में लगभग 30 मिनट तक रहती हैं,ऐसे में जैसे ही कोई इंसान या समूह इनके संपर्क में आता है तो वह कोरोना से संक्रमित हो जाता है।

इसलिए बीमार व्यक्ति को भी मास्क लगाने की हिदायत दी जाती है जिससे उसकी वजह से अन्य लोग बीमार न हों., साथ ही छींकते या खांसते हुए इंसान से करीब डेढ़ मीटर की दूरी बनाकर रखने से कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रह सकते हैं।

यह वायरस सरफेस के जरिए जल्दी फैलता, खांसते या छींकते समय रोगी के ड्रॉपलेट्स किसी जगह पर गिर जाएं और स्वस्थ्य व्यक्ति उसके संपर्क में आ जाए तो वह संक्रमित हो सकता है।
इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद

WHO के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट किया है कि लोग इस बात से ना डरे की कोरोना वायरस हवा से भी फैलता है, यह एक अफवाह मात्र है की कोविड-19 'एयरबॉर्न' बीमारी है ,यह हवा से नहीं फैलने वाली बीमारी नहीं है.यह भी अफवाह है कि कोरोना हवा में 8 घंटों तक सक्रिय रहता है।

WHO ने बताया की यह वायरस सिर्फ नजदीकी शारीरिक संबंध, छींकने या खांसने से हवा में तैरने वाले ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने से फैलता है, इससे संक्रमित इंसान के छींकते या खांसते वक़्त उसके नाक-मुंह से निकली बूंदें निकलती है , वो बूंदे नजदीक वाले दूसरे शख्स को संक्रमित कर सकती हैं।

स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोई भी 5 माइक्रोंस व्यास से छोटी छींक या खांसी की बूंदें हवा में लगभग 30 मिनट तक रहती हैं,ऐसे में जैसे ही कोई इंसान या समूह इनके संपर्क में आता है तो वह कोरोना से संक्रमित हो जाता है।

इसलिए बीमार व्यक्ति को भी मास्क लगाने की हिदायत दी जाती है जिससे उसकी वजह से अन्य लोग बीमार न हों., साथ ही छींकते या खांसते हुए इंसान से करीब डेढ़ मीटर की दूरी बनाकर रखने से कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रह सकते हैं।

यह वायरस सरफेस के जरिए जल्दी फैलता, खांसते या छींकते समय रोगी के ड्रॉपलेट्स किसी जगह पर गिर जाएं और स्वस्थ्य व्यक्ति उसके संपर्क में आ जाए तो वह संक्रमित हो सकता है।
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कोरोना छींकने और खांसने से फैलता है,ना की हवा से: WHO
Reviewed by Kirti
on
7:44 am
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